कैप्टन सरकार की तरफ से युवाओं के साथ किए वायदों को लागू करवाने के लिए शहीद भगत सिंह नौजवान सभा और पंजाब स्टूडैंट्स फेडरेशन (पी.एस.एफ) के आह्वान पर हज़ारों की संख्या में एकत्रित हुए युवाओं ने पंजाब विधान सभा की तरफ रोष मार्च किया। शहीद भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव के शहादत दिवस को समर्पित अपनी मांगों को लेकर निकाले गए इस मार्च में युवाओं ने भगत सिंह की फोटो वाले झंडे, बैनर और मांगों से संबंधित तख्तियां हाथों में पकड़ी हुई थीं। युवा नारे लगा रहे थे कि नौजवानों के साथ किये वायदे पूरे करो, बराबर विद्या, सेहत और रोज़गार सब का हो यह अधिकार, केंद्र और पंजाब सरकार मुर्दाबाद, नशो के व्यापारियों को सख़्त सज़ाएं दो। विधानसभा की तरफ किए जा रहे नौजवान- विद्यार्थी मार्च का नेतृत्व प्रदेशाध्यक्ष मनदीप सिंह, रवि कुमार कटारू चक्क, कुलवंत सिंह मल्लू नंगल, सुलक्खण सिंह और मनजिन्दर सिंह ढेसी ने संयुक्त तौर पर की। इस अवसर पर पहुंचे नौजवानों के विशाल जलसे को संबोधन करते सभा के महासचिव शमशेर सिंह बटाला ने कहा कि पंजाब की कैप्टन सरकार को एक साल का समय हो गया है। नौजवानों के साथ चुनावों के दौरान किए वायदे जिनमें परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, सभी के लिए लाज़िमी और एक जैसी मुफ़्त शिक्षा और लड़कियों को पी.एच.डी तक की मुफ़्त शिक्षा देने, प्रति महीना पच्चीस सौ रुपए बेरोज़गारी भत्ता, स्मार्ट फ़ोन, नशों और मुकम्मल पाबंदी और लड़कियों की सुरक्षा यकीनी बनाना आदि और चूक ही अमल नहीं किया गया। बल्कि सरकारी थर्मल पलांट बंद करके, 800 सरकारी स्कूलों को पके ताले लगा कर, आंगनबाड़ी स्कूल बंद करके बेरोज़गारी में अकथनीय विस्तार किया है,। उन्होंने कहा कि केंद्र की नरिन्दर मोदी की सरकार और कैप्टन की सरकार की नीतियों में कोई अंतर नहीं और दोनों की नीतियां निजीकरण के हक में हैं। उन्होंने नौजवानों को बराबर शिक्षा, सेहत पर रोज़गार सब का हो यह अधिकार के नारे नीचे लामबंद हो कर हाकिम सरकारों की नौजवान बरसाती नीतियाँ विरुद्ध तीखा संघर्ष करन का न्योता दिया। इस मौके पंजाब स्टूडैंट्स फेडरेशन के जनरल सचिव अजय फिल्लौर ने कहा कि कैप्टन सरकार की विद्यार्थी विरोधी नीतियों ने गरीब वर्ग के बच्चों के पास से शिक्षा छीन कर अमीर लोगों के हाथ में दे दी है। उन कहा कि शिक्षा का निजीकरण, वपारीकरन करके हज़ारें सरकारी स्कूल/ कालज मज़ाकों से वंचित कर दिए हैं, दूसरे तरफ़ नकल बंद करन का ढींढौरा पीटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा संस्थायों में हज़ारें खाली पड़ीं पोस्टों रेगुलर भरीं जाएँ और ठेका मुलाजिमों को पक्का किया जाये। उक्त नेताओं ने पंजाब सरकार से ज़ोरदार माँग करते कहा कि नौजवानों के साथ किये चयन वायदे तुरंत पूरे किये जाएं, काम के अधिकार को मौलिक अधिकार में शामिल किया जाए, शिक्षा का व्यापारीकरण अथवा निजिकरण बंद किया जाए, सरकारी और अर्ध सरकारी विभागों में खाली पड़ी पोस्टें तुरंत भरीं जाएं, पोस्ट ग्रेजुएशन तक की मानक शिक्षा मुफ़्त एकसार दी जाये, पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप स्कीम के पैसे तुरंत कालेजों को भेजे जाएं, लड़कियों की पी.एच.डी. तक की मुफ़्त शिक्षा देने के लिए तुरंत नोटिफिकेशन किया जाए, बस के पास सुविधा हर सरकारी और निजी बस अंदर सख्ती के साथ लागू करके हर अड्डे पर रुकना यकीनी बनाया जाये, सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों और ओर पैरा मैडीकल स्टाफ की कमी दूर करके ज़रूरतमंदों का मुफ़्त इलाज किया जाये, हर एक के लिए मुफ़्त सेहत बीमा योजना, बेरोज़गारी भत्ता योग्यता अनुसार तनख़्वाह का घॱ्ट्टो कम आधा दिया जाये, नशों पर मुकम्मल पाबंदी लगाई जाये और नशा समगलरें को सख़्त सज़ाएं दीं जाएं। रोज़गार के नये साधन पैदा किये जाएँ और पंजाब अंदर नयी उद्योग लगाईं जाएं और बंद पड़ीं उद्योग को फिर चालू किया जाये। लड़कियों की सुरक्षा यकीनी बनाई जाये। नौजवान नेताओं दोष लगाया कि नौजवानों को रोज़गार, शिक्षा, वैज्ञानिक विचारों, प्रगतिवादी सरोकारें के साथ लैस करन की संघ परिवार का नेतृत्व में सांप्रदायिक संगठनों की तरफ से दंगाकारी और अराजक बेलगाम फौजें में तबदील किया जा रहा है जो देश और नौजवानों के भविष्य के लिए अति घातक है। इस मौके मनदीप कौर शक्करी, सुरजीत सिंह दुधराए, मक्खन संग्रामी, गुरदीप बेगमपुर, हरनेक गुजरवाल, दलविन्दर कुलार, सुरेश समाना, जतिन्दर फरीदकोट, सिमरजीत बराड़, बंसी लाल, सन्दीप मानसा, तस्वीर खिलचियें, सुखदेव जवन्दा, करमबीर पक्खोके, रमनदीप घनौर, सतनाम सूजो, प्रभात कवि, संदीप सिंह के इलावा बड़ी संख्या में नौजवान विद्यार्थी उपस्थित थे।