प्रांत के राजनीतिक परिदृश्य में, मार्च महीने की 11 तारीख को अस्तित्व में आया ‘‘पंजाब जनवादी गठजोड़’’ बड़ी तेजी से एक जनपक्षीय राजनीतिक विकल्प के रूप में अपनी विश्वसनीय पहचान बना गया है। देश में हो रहे लोकसभा चुनावों के संदर्भ में; पंजाब की सात राजनीतिक पार्टियों-बहुजन समाज पार्टी, सी.पी.आई., लोक इंसाफ पार्टी, पंजाब एकता पार्टी, आर.एम.पी.आई., नया पंजाब पार्टी व एम.सी.पी.आई.(यू.) पर आधारित इस पंजाब जनवादी गठजोड़ ने प्रांत के सभी 13 लोकसभा क्षेत्रों से अपने संयुक्त उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। बठिंडा से पंजाब एकता पार्टी के अध्यक्ष तथा पंजाब विधानसभा के सदस्य श्री सुखपाल सिंह खैहरा चुनाव लड़ रहे हैं जबकि पटियाला से वर्तमान संसद सदस्य व नया पंजाब पार्टी के अध्यक्ष डा. धर्मवीर गांधी पुन: चुनाव मैदान में हैं। इसी तरह लुधियाना से लोक इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष श्री सिमरजीत सिंह बैंस, जो इस पार्टी के विधानसभा सदस्य भी हैं, लोक सभा के लिए उम्मीदवार हैं। फरीदकोट से मास्टर बलदेव सिंह (विधायक जैतो) पंजाब एकता पार्टी से मैदान में हैं। खडूर साहिब क्षेत्र से भी इसी पार्टी की उम्मीदवार श्रीमती परमजीत कौर खालड़ा चुनाव मैदान में हैं। आनंदपुर साहिब से बी.एस.पी.के सोढी बिक्रम सिंह, होशियारपुर से इस पार्टी के सेवा मुक्त आई.एस.एस. चौधरी खुशी राम तथा जालंधर से भी इसी पार्टी के उम्मीदवार बलविंदर कुमार खड़े हैं। गुरदासपुर से आर.एम.पी.आई. के राज्य सचिवालय सदस्य तथा गुरदासपुर जिला कमेटी के सचिव कामरेड लाल चंद कटारूचक्क चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि अमृतसर से सी.पी.आई. की वरिष्ठ नेत्री कामरेड दसविंदर कौर तथा फिरोजपुर से इसी पार्टी की राज्य परिषद के सदस्य कामरेड हंसराज गोल्डन को उम्मीदवार बनाया गया है। फतेहगढ़ साहिब से लोक इंसाफ पार्टी के नेता इंजीनियर मनविंदर सिंह ग्यासपुरा तथा संगरूर से वरिष्ठ गीतकार व इसी पार्टी के प्रतिनिधि श्री जसराज सिंह जस्सी उम्मीदवार हैं।
इन समस्त उम्मीदवारों का चुनाव अभियान सातों पार्टियों के कार्यकत्ताओं द्वारा संयुक्त रूप से चलाया जा रहा है। अब तक की रिपोर्टों के अनुसार हर क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान को लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। इस गठजोड़ के समस्त उम्मीदवारों की साफ-सुथरी व संघर्षशील छवि तथा गठजोड़ में शामिल पार्टियों का लोगों की आशाओं-उमंगों के प्रति सौहार्द पूर्ण संघर्षों का इतिहास व जनपक्षीय सार्थक नीतियां मतदाताओं को अपनी ओर तेजी से आकर्षित कर रही हैं।
मोदी सरकार द्वारा 2014 के, पिछले चुनावों के समय लोगों के किए गए वायदे पूरी तरह भुला देने, खोखली जुमलेबाजियों द्वारा लोगों से धोखाधड़ी करने तथा सरकारी शह पर देश भर में अल्पसंख्यकों, दलितों व स्त्रियों पर बढ़े सांप्रदायिक फाशीवादी हमलों के कारण इस सरकार के विरुद्ध देश भर में व्याप्त व्यापक रोष लहर के साथ-साथ पंजाब की वर्तमान कांग्रेसी सरकार की वायदा खिलाफियों से भी लोग नाराज हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली इस सरकार ने भी अकाली-भाजपा गठजोड़ के 10 वर्षीय कुप्रशासन को समाप्त करने की जगह इसी जन-घातक कार्य प्रणाली को ओर आगे बढ़ाया है। न नीतियों के रूप में इस सरकार ने पिछली सरकार से कोई अंतर किया है तथा न ही नेताओं के लुटेरे चरित्र के पक्ष से। अधिकार मांगते संघर्षशील लोगों पर दमन-उत्पीडऩ भी वैसे ही जारी है तथा सरकारी खजाने व प्रांत के प्राकृतिक संसाधनों की लूट-खसूट भी निरंतर बढ़ती ही जा रही है। स्वाभाविक ही है कि ऐसी चिंताजनक स्थिति में लोग इन दोनों बड़े राजनीतिक पक्षों के मुकाबले में किसी तीसरे जन-पक्षीय राजनीतिक विकल्प की प्रतीक्षा में थे तथा लोगों को ऐसा विकल्प ‘‘पंजाब जनवादी गठजोड़’’ के रूप में साकार होता दिखाई दे रहा है। इसीलिए पी.डी.ए. के उम्मीदवारों का गांव-गांव भरपूर स्वागत हो रहा है तथा कारपोरेट व धनियों की समर्थक पार्टियों के मुकाबले में तीसरा राजनीतिक विकल्प लोगों के लिए आशा की नई किरण लेकर उनके दरवाजे पर दस्तक दे रहा है।
इस जनवादी गठजोड़ ने अब तक चले जन संपर्क अभियान के दौरान कई ठोस व उत्साहजनक उपलब्धियां की हैं। समस्त पार्टियों के कार्यकत्र्ता एकजुट होकर चुनाव अभियान चला रहे हैं। सभी पार्टियों के नेता जब लोगों के समक्ष एक-आवाज होकर अपने विचार पेश करते हैं तो संकुचित पहचानवादी राजनीति की जगह यह उच्च-स्तरीय, जनपक्षीय राजनीति की ओर एक ठोस, मजबूत व सार्थक कदम सिद्ध हो रहा है। जिससे निश्चय ही उत्पीडि़त-शोषित वर्गों के लोगों में आत्म-विश्वास भी बढ़ता है तथा उज्जवल भविष्य के प्रति विश्वास भी। पूंजीपति परस्त पार्टियों को चुनाव प्रचार के लिए उपलब्ध विशालकाय संसाधनों के मुकाबले में इस जनवादी गठजोड़ के कार्यकत्र्ता अपने संसाधन स्थानीय स्तर पर खुद ही पैदा करते हैं तथा चुनाव अभियान को हर पक्ष से प्रभावशाली बना रहे हैं। इससे पी.डी.ए. के सभी उम्मीदवारों के जीतने की संभावनाएं तेजी से उभर रही हैं। हम प्रांत के समस्त धर्म निरपेक्ष, जनवादी व न्यायप्रिय लोगों से अपील करते हैं कि पंजाब, पंजाबी व पंजाबियत के सर्वपक्षीय विकास के लिए इन सभी उम्मीदवारों को जिताने के लिए हर संभव प्रयास किया जाए। विरोधियों के झूठे प्रचार व लोभ-लालच को सख्त शिकस्त दी जाए तथा ‘‘पंजाब जनवादी गठजोड़’’ के उम्मीदवारों के पक्ष में एक-एक मत डलवाया जाए।
-हरकंवल सिंह (25-4-2019)
(सचिव, पंजाब राज्य कमेटी, आरएमपीआई)